सादर नमस्ते,
27 जनवरी 2021 नवभारत टाइम्स, सभी अखबार और अन्य वेव पोर्टल से पता चला है कि एक खबर है जिसमे कहा गया है कि लव जिहाद : पहले प्यार, फिर शादी, अब देहव्यापार के लिए बना रहा दवाव – एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में सारनाथ थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों पक्षो से बातचीत की जा रही है ।
जिसकी लिंक भी भेज रहा हूँ – https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/varanasi/love-jihad-marriage-and-body-trade-case-in-varanasi/articleshow/80478193.cms
ऐसी खबरें उत्तर प्रदेश से लागतार आ रही है और हमारी सोसायटी इस मुद्दे पर लास्ट 5 सालों से बहुत ही सक्रिय रूप से काम कर रही है । इन खबरों से सम्बन्धित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को कई बार पत्र भेजा है और उनके आवास पर भी मिलने गया ।
हमारी सोसायटी अंतरजातीय विवाह का समर्थन तो करती है और अन्तरधर्मो में विवाह हो इस पर भी कार्य कर रही है लेकिन जबरस्ती धोखे से कोई भी युवक किसी युवती को गुमराह करके या झूठ बोलकर विवाह कर लेता है और युवती के साथ जबरजस्ती करता है तो उस पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिये । इस मामले को सुलझाने के बजाय युवक को कठोर दंड मिलना चाहिये । क्यों कि इसने युवती के साथ अपना धर्म छिपाया और उसके बाद देहव्यापार करवाया । जो कि कानून के अनुसार भी गलत है और मानवता के नाते भी पूरी तरह गलत है । हमारी सोसायटी ऐसे अराजक तत्वों के साथ नही है ।
आज सबसे बड़ा प्रश्न है कि लोगो को धर्म क्यों छिपाना पड़ रहा है । लोग आपसी सहमति से अपना धर्म बताकर विवाह कर सकते है क्यों समाज ने ये डर बना कर रखा है । हम सभी के लिए बहुत ही गम्भीर विषय है । विवाह से दो व्यक्तियों का ही जीवन नही बनता है । पूरा परिवार, समाज, देश के लिए एक सकारात्मक मेसेज जाता है ।
लोग आपस मे अंतरजातीय विवाह तो करे साथ मे अन्तरधर्मो में भी विवाह करते रहे । समाज का डर बिल्कुल नही होना चाहिये ।
आपके पास इस सम्बन्धित कोई भी केस आता है तो उन युवक, युवतियों को हमारी सोसायटी के बारे में बताये और राज्य सरकार से आग्रह अपने अनुसार आग्रह करे कि अंतरजातीय विवाह और अन्तरधर्मो में विवाह होने चाहिए।
हम आपका ध्यान इस अंतरजातीय विवाह एक्ट के बारे में ले जाना चाहते है । जिसके बारे में कुछ ही लोग जानते है । सामान्य जनता को इसका पता ही नही है । भारत सरकार द्वारा कानून “प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स एक्ट 1955″ में अंतरजातीय विवाह के लिये एक एक्ट आया था । आज लगभग 64 साल होने को है । लेकिन इस एक्ट के बारे में समाज मे जागरूकता बहुत कम है । सोसायटी आग्रह करती है कि इस एक्ट को अपने राज्य उत्तर प्रदेश में जागरूकता फैलाने में मदद करे। जिससे इस एक्ट का लोग अधिक से अधिक लाभ उठा पाये । सभी राज्यो में इसका अलग अलग पैमाना है । सोसायटी का सबसे बड़ा मुख्य पहलू है कि आपस में अंतरजातीय विवाह तो होना ही चाहिए, जो एक्ट कहता है लेकिन इसके अलावा अन्तरक्षेत्रीय विवाह व अंतर धर्मो में विवाह हो इस पर भी आगे बढ़कर कार्य कर रही है । हम सभी अंदर से एक ही तरीक़े से जीते है । अब प्रश्न उठता है कि जाति, क्षेत्र, धर्म की जो रेखाएं हमारे बीच खींच दी है । उससे बाहर आना चाहिए । वर्तमान में कोई ऐसी कड़ी योजना बनाये जिससे देश व पूरी मानवजाति एक ही छत के नीचे हो । कोई भी आपस मे मतभेद न हो और सोसायटी को लगता है कि आपस मे अंतरजातीय, अन्तरक्षेत्रीय, अन्तरधर्मो में विवाह ही भाईचारा को ला सकता है ।
आशा है कि पूरा पुलिस विभाग इस पर विचार करेगा । हम जड़ से बीमारी को खत्म करना चाहते है ।
युवती को हमारी सोसायटी की जरूरत हो तो हम उसकी मदद करने के लिये तैयार है । आप लोग अपने तरीके से इस मामले को सम्भालिए या फिर हमारा नम्बर शेयर कर दे । हमारी सोसाइटी का कोई भी अनुभव किसी के काम आये तो हमें खुशी होगी ।
धन्यवाद
take action on this news….https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/varanasi/love-jihad-marriage-and-body-trade-case-in-varanasi/articleshow/80478193.cms
sent letter to UP Police – DIG, SP, ASP, ADDL. SP, DSP…..other